एक्का की बहादुरी और पाकिस्तान की हार
1971 की लड़ाई जब शुरू हुई तो भारतीय सेना पूर्वी और पश्चिमी दोनों मोर्चों पर लड़ रही थी। बांग्लादेश में दाखिल होने के लिए गंगा सागर की लड़ाई बेहद अहम थी। एक्का की बटालियन 14 गार्ड्स को गंगासागर में पाकिस्तानी मोर्चे को नाकाम करना था। ये जगह त्रिपुरा की राजधानी अगरतला से महज 6 किमी दूर था। गंगासागर ढाका को जाने वाली मुख्य रेलवे लाइन के करीब थी। रणनीतिक रुप से गंगासागर पर कब्जा भारतीय सेना के लिए महत्वपूर्ण थी। इस पूरे इलाके में पाकिस्तानी सेना ने बारूदी सुरंगे बिछा रखी थी। अखुरा तक पहुंचने के लिए गंगासागर पर कब्जा जरूरी था। अपने मकसद को हकीकत में तब्दील करने के लिए 14 गार्ड्स ने 3 दिसंबर को गंगासागर पर जबरदस्त हमला किया। एक्का के इरादे मजबूत थे वो किसी भी हालात में गंगासागर पर कब्जा करना चाहते थे।
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